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| नवीनीकरण दिनांक11/04/2025

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समंदर खोदने की क्यों तैयारी कर रहा भारत, एक्सपर्ट्स ने DGMS में बताई चौंकाने वाली बात

 

Date | 08.01.2025:

भारत सरकार समुद्र में खनन के लिए एक नया कानून ला रही है। इसका नाम अपतटीय क्षेत्र खनिज (विकास एवं विनियमन) संशोधन अधिनियम है। यह विधेयक 2023 में लोकसभा में पेश किया गया था। इसमें समुद्र में खनिजों की खोज, परीक्षण और उत्पादन से जुड़े नियम होंगे। इससे समुद्री खनन को बढ़ावा मिलेगा।

 

समुद्री खनन पर ध्यान केंद्रित कर रहा भारत

दरअसल, धनबाद में डीजीएमएस के 124वें स्थापना दिवस पर विशेषज्ञों ने बताया कि भारत अब समुद्री खनन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इससे सुरक्षा की नई चुनौतियां सामने आएंगी। खनन क्षेत्र का विस्तार होगा और डीजीएमएस की जिम्मेदारियां बढ़ेंगी। खनन से भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। यह कार्यक्रम खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) के 124वें स्थापना दिवस पर आयोजित किया गया था।

 

बढ़ेगी कांट्रेक्ट माइनिंग

इस मौके पर बताया गया कि भविष्य में कांट्रेक्ट माइनिंग बढ़ेगी। इसलिए ठेका मजदूरों को सुरक्षा प्रशिक्षण देना जरूरी है। प्रशिक्षण से ही सुरक्षित खनन संभव है। कोयला खदानों में होने वाली दुर्घटनाओं में मौतों की संख्या कम हुई है। पहले हर साल सौ से अधिक मौतें होती थीं। अब यह संख्या घटकर दो अंकों में आ गई है। 2012 में 80 मौतें हुई थीं। 2023 में यह संख्या घटकर 41 और 2024 में 48 हो गई है।

 

खनिकों की सुरक्षा सबसे बड़ी जिम्मेदारी

खान सुरक्षा महानिदेशक उज्जवल ताह ने कहा कि खनिकों की सुरक्षा सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इसलिए सुरक्षा संबंधी नई-नई तकनीक पर जोर देना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि खनिकों के स्वास्थ्य और कल्याण पर भी ध्यान देना चाहिए। मुख्य अतिथि वीएमएसआर मूर्ति (निदेशक, इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, साइंस एवं टेक्नोलॉजी, शिवपुर) ने डीजीएमएस की तारीफ की। उन्होंने कहा कि खान सुरक्षा महानिदेशालय भारतीय खनन क्षेत्र का एक पायोनियर संस्थान है। खनिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए डीजीएमएस ने अहम कार्य किए हैं। उन्होंने बताया कि डीजीएमएस पिछले 123 सालों से देश की सेवा कर रहा है और खनन उद्योग को आगे बढ़ा रहा है।

 

कार्यक्रम में भारतीय खनन क्षेत्र पर एक वीडियो भी दिखाया गया। इस मौके पर अजय कुमार सिंह (उप महानिदेशक), जेपी आर्या (उप महानिदेशक सांख्यिकी), और डीबी नायक (उप महानिदेशक यांत्रिकी) ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। अधिकारियों की तरफ से सैफलाह अंसारी और कर्मचारी संगठनों की तरफ से रिजवान अहसान, अजय श्रीवास्तव, और राजेश कुमार ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर पूर्व महानिदेशक रविंद्र शर्मा समेत कई सेवानिवृत्त अधिकारी जैसे संजीवन राय, रामअभिलाष, और मुकेश सिन्हा भी मौजूद थे।

 

 

(Source: https://navbharattimes.indiatimes.com/)